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कोई झांक रहा है आपकी हैसियत पर!

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कारें जब से ईजाद की गईं, तब से ही स्टेटस सिंबल हैं. किसके पास कौन सा ब्रैंड है, किसके पास कौन सी कार है, किस देश में बनी कार है, कितनी कारें हैं, इनसे समाज में उसका दर्जा तय होता है. लोग पड़ोसियों और रिश्तेदारों को जलाने के लिए भी महंगी कारों की नुमाइश करते फिरते हैं. स्टेटस सिंबल बताने वाली कारें, अब किसी भी इलाक़े की आमदनी, सामाजिक स्थिति और ग़रीब-अमीर के बीच फासले की भी ख़बर देंगी. मसलन, किसी भी इलाक़े में ज़्यादा विदेशी कारें हैं, तो ज़ाहिर है कि वहां के लोगों की आमदनी ज़्यादा है, तभी वो इतनी महंगी कारें ख़रीद पा रहे हैं. हैरानी की बात ये नहीं है. हैरानी की बात ये है कि ये आंकड़े किसी सर्वे करने वाली कंपनी के ज़रिए नहीं निकाले जा रहे हैं. बल्कि गूगल कंपनी के स्ट्रीटव्यू से ये आंकड़े जमा किए जा रहे हैं. गूगल पर क्यों लगा 17 हज़ार करोड़ रुपये का जुर्माना? गूगल के कर्मचारी ने महिलाओं के विषय में ऐसा क्या लिखा जिससे खलबली मच गई इमेज कॉपीरइट GETTY IMAGES Image caption जुलाई 2017 में एक गूगल स्ट्रीट व्यू कार इस इंक़लाबी तरीक़े से जमा जानकारी से आने वाले वक़्त में और भी दिलच...

फ़र्ज़ी ख़बरों को रोकने जा रहा है फ़ेसबुक?

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अब आपकी फ़ेसबुक फ़ीड पर वो ख़बरें दिखाई देंगी जो भरोसेमंद स्रोत से आती हैं. फ़ेसबुक ने एलान किया है कि वो ऐसी ख़बरों को न्यूज़फीड में पहली प्राथमिकता देगा. कंपनी ने  कहा है  कि सोशल नेटवर्क कम्युनिटी ये तय करेगी कि कौन से समाचार स्रोत भरोसेमंद हैं और इसके लिए वो यूज़र सर्वे का इस्तेमाल करेगी. फ़ेसबुक के संस्थापक और मुख्य कार्यकारी अधिकारी मार्क ज़करबर्ग ने कहा है कि बहुत जल्दी फ़ेसबुक पर लोगों की न्यूज़फीड पर दिखने वाली सामग्री में से 4 फ़ीसदी ख़बरें होंगी जो कि पहले से 5 फ़ीसदी कम है. कंपनी की कोशिश है कि फ़ेक न्यूज़ और प्रोप्रेगेंडा वाली ख़बरों पर लगाम कसी जाए. फ़ेक न्यूज़ के ख़िलाफ़, अपनी मुहिम को आगे बढ़ाते हुए  ट्विटर  ने भी शुक्रवार को  घोषणा की  कि उन्होंने 2016 के अमरीकी राष्ट्रपति चुनावों के दौरान रूसी बॉट अकाउंट से किए गए ट्वीट को लाइक, रीट्वीट और उन्हें फॉलो करने वाले 6,77,775 अमरीकी ट्विटर यूज़र्स को आगाह किया था. माना जा रहा है कि ये बदलाव फ़ेसबुक पर लग रहे पक्षपातपूर्ण रवैये और झूठी ख़बरों को ना पहचान सकने के आरोपों के चलते हो रहा ...

इंसानी बोली कैसे बोलने लगी है ये व्हेल?

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फ़्रांस में एक किलर व्हेल इंसानों की बोली "हलो" और "बाय-बाय" बोल सकती है. माना जा रहा है कि यह पहली व्हेल है जो इंसानों की बोली की नक़ल कर सकती है. मरीन पार्क में एक प्रशिक्षक ने इस मादा व्हेल को इंसानों की बोली के कुछ शब्द सिखाए हैं. इंसानों के अलावा व्हेल सुनकर नई आवाज़ निकाल सकती है. यूनिवर्सिटी ऑफ सेंट एंड्र्यूज़ के शोधकर्ता डॉ. जोसेफ कॉल ने बताया, "स्तनधारियों में यह बहुत दुर्लभ है." वो आगे कहते हैं, "इंसान इसमें बेहतर होते हैं. दिलचस्प बात यह है कि स्तनधारी जो ऐसा कर सकते हैं, उनमें समुद्री स्तनधारी ज़्यादा बेहतर होते हैं." इमेज कॉपीरइट GETTY IMAGES शोधकर्ताओं ने यह पता लगाने का फ़ैसला किया कि क्या किलर व्हेल दूसरों की नक़ल करके नई बोलियां सीख सकती है. इसके लिए उन्होंने मरीनलैंड एक्वेरियम की एक मादा व्हेल विकी को चुना और उस पर शोध किया. विकी को इंसानों के बोले जाने वाले कुछ शब्द सिखाए गए और उसे उन शब्दों को दोहराते हुए रिकॉर्ड किया गया. किलर व्हेल को हलो, एमी और वन, टू, थ्री जैसे शब्द सीटियों और अलग-अलग आवाज़ों में बोलता पाया गय...